छपरा : सारण जिले के गरखा प्रखंड में किसान अब बड़े पैमाने पर कांदा (कंद) की खेती कर रहे हैं और इससे अच्छी कमाई भी कर रहे हैं. खास बात यह है कि किसान अब जैविक खेती की ओर रुख कर रहे हैं, जो कि कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) के संपर्क में आने और प्रशिक्षण लेने के बाद संभव हुआ है. जैविक खेती करने से न केवल खेतों की उर्वरक क्षमता बढ़ रही है, बल्कि मिट्टी भी बंजर होने से बच रही है.