कहानी कोसी की: हर साल तबाही, वोटबैंक-लूट, 60 साल पहले बना बैराज लेकिन कहर जारी
Spread the love
Kosi Flood Story: कोसी नदी पहले 200 किमी में धारा परिवर्तित करते हुए घूम-घूम कर बहती रहती थी. आजादी के बाद 1955 में सरकार ने इस नदी को तटबंधों में बांधने की शुरुआत की. नेपाल के भीम नगर में बराज, दोनों किनारे तटबंध बने और नहर निकाली गई.
Spread the loveBihar flood News: सबसे अधिक कहलगांव में गंगा का जलस्तर बढ़ने की संभावना है. वर्तमान में गंगा खतरे के निशान से 1 मीटर 85 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है और आज शाम तक…
Spread the loveMike Pence, Mark Esper and John Bolton among senior former Trump officials saying he is a danger to the US; Congress returns to tackle funding bill As Kamala Harris and Donald Trump prepare…
Spread the loveGold Silver Price: आज पटना में चांदी ₹81,500 प्रति किलोग्राम के भाव से बिक रही है. वहीं चांदी की आभूषणों की खरीद पर 78 रुपए प्रति ग्राम की कीमत लगेगी. बाजार विश्लेषकों का…