Bihar Boards and Commissions: सूत्र बताते हैं कि खाली पड़े बोर्ड और आयोग के माध्यम से नीतीश सरकार लगभग 150 नेताओं और कार्यकर्ताओं को अपनी टीम में जगह दे सकती है, जिनकी भूमिका आने वाले विधानसभा चुनाव में महत्वपूर्ण हो सकती है. अब ऐसे में यह जानना जरूरी है कि कौन सा बोर्ड किस पार्टी के हिस्से में जा सकता है.