फसल चक्र में समय के साथ काफी परिवर्तन देखने को मिल रहा है. पहले जहां किसान बाजरे जैसी मोटे अनाज की खेती में रुचि रखते थे, वहीं समय के साथ इसकी खेती कम होती गई और लगभग विलुप्त हो गई. हालांकि, सहरसा जिले के सत्तर कटैया प्रखंड के किसान नंदकिशोर ने बाजरे की खेती को पुनर्जीवित करने का सफल प्रयास किया है.