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हरा गमछा नहीं हरी टोपी और बैच, ‘लफुआ कल्चर’ से पीछा छुड़ा रहे तेजस्वी!

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Bihar Politics: 30 अप्रैल 2003 की तारीख बिहार की राजनीति के लिहाज से अहम है. यह वही तारीख है जब लालू यादव के शासनकाल में ‘तेल पिलावन और लाठी घुमावन रैली’ पटना में आयोजित की गई थी. उस दौर में कंधे पर हरा गमछा लिये लालू यादव की आरजेडी के कार्यकर्ताओं की बदमाशी सरेआम पटना में दिखी थी. यह हरा गमछा बाद के कई वर्षों तक बिहार में लफुआगीरी की पहचान बनी रही और लोग ऐसे लोगों को देखते ही किनारे हो जाते. लेकिन अब आरजेडी इस पहचान से किनारा करती दिख रही है.

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