सीताराम शाह ने बताया कि वे अपने मक्का के खेत में बैगन, लाल साग, झिगुनी, नेनुआ और अन्य कई फसले उगाते हैं. यह तकनीक न केवल उनकी फसलों को विविधता प्रदान करती है, बल्कि उन्हें एक ही खेत से अधिक लाभ भी देती है. आसपास के किसान उनकी खेती के तरीके को देखकर सीखने आते हैं.