खेती में नवाचार से समृद्धि का रास्ता खुलता है और शिवनारायण यादव ने इसका बेहतरीन उदाहरण पेश किया है. अपने 40 देसी गायों के गोबर से ऊर्जा और जैविक खाद का उत्पादन कर, न केवल उन्होंने अपनी लागत घटाई, बल्कि फसलों की उपज भी बढ़ाई. अगर आप भी अपने खेतों में ऐसे ही आत्मनिर्भर और पर्यावरण-हितैषी तरीकों को अपनाना चाहते हैं, तो ये खबर आपके लिए हैं. जानिए कैसे आप भी गोबर गैस प्लांट और वर्मी कंपोस्ट से खेती में बदलाव ला सकते हैं.