आरबीएचएम जूट मिल और निजी क्षेत्र की सनबायो जूट मिल बंद हो गयी थीं. उसके बाद से पाट की खेती से स्थानीय किसान मुंह मोड़ने लगे थे क्योंकि उनके माल के लिए मार्केट नहीं मिल पा रहा था. लेकिन पिछले दो साल से जूट की खेती के लिए अनुदान और किसानों को ट्रेनिंग देने की योजना शुरू हुई. इसके बाद किसान फिर जूट की खेती की तरफ लौट पड़े.