पटना कलम की शैली मुगल और यूरोपीय तकनीकों का मिश्रण है, जिसे इंडो-यूरोपीय चित्रकला शैली कहा जाता है. पटना कलम के प्रमुख चित्रकार महादेव लाल हैं, जिन्होंने इस शैली में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. रूपेश की मानें, तो पटना कलम की शैली ने भारतीय चित्रकला में एक नए युग की शुरुआत की.