जब इंसान के अंदर कुछ करने का जज्बा हो, तो वह किसी भी मुश्किल का हल निकाल सकता है. वैशाली जिले के गोरौल प्रखंड के एक छोटे से गांव, चैनपुर के रहने वाले किसान धर्मेंद्र सिंह ने भी यही कर दिखाया है. धर्मेंद्र सिंह पिछले 10 वर्षों से ढाई एकड़ खेत में हल्दी की खेती कर रहे हैं. लेकिन इस क्षेत्र के कई किसान नीलगाय के आतंक से परेशान होकर खेती करना छोड़ चुके थे, क्योंकि नीलगाय फसलों को बर्बाद कर देती थी. लेकिन धर्मेंद्र सिंह ने अपनी सोच और हिम्मत से हल्दी की खेती का रास्ता चुना, जिसे नीलगाय नुकसान नहीं पहुंचाती है. आइए जानते हैं इसके बचाव के बारे में (रिपोर्टः राजकुमार)