पिछले 42 वर्षों से पतंजलि में सेवा दे रहे, आयुर्वेदाचार्य भुवनेश पांडे बनाते हैं कि अमलतास के सभी भाग पत्ते, बीज, जड़, गूदा, फल और छाल में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं. ऐसे में इसका उपयोग विभिन्न प्रकार की समस्याओं के निवारण हेतु किया जाता है. यह शरीर की तीनों ऊर्जाओं वात, पित्त तथा कफ को शांत करने में सहायक होता है.