मुंगेरः मानसून का समय आते ही भारत जैसे कृषि प्रधान देश में बाढ़ का खतरा मंडराने लगता है. भारत के ज्यादातर इलाकों में बाढ़ से घर और खेत दोनों डूब जाते हैं. इस बाढ़ का सबसे अधिक असर ग्रामीण इलाकों में पड़ता है और जैसा कि सभी जानते हैं, कि आज भी अधिकांश खेती ग्रामीण इलाकों में ही की जाती है. इससे किसानों का जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है.